
आईएमए ने की घोषणा, कोविड सेवाओं में नहीं रहेगी बाधा
चंद्रपुर,10 दिसंबर:शुक्रवार 11 दिसंबर को देश भर में डॉक्टरों ने हड़ताल करने का फैसला लिया है। हालांकि इस दौरान कोरोना संक्रमण से जुड़ी चिकित्सीय सेवाएं जारी रहेंगी। मंगलवार को नई दिल्ली स्थित आईएमए भवन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने यह घोषणा करते हुए कहा है कि आर्युवेद चिकित्सकों द्वारा सर्जरी के कानूनी अभ्यास की अनुमति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। यह अनुमति देने के लिए सीसीआईएम की अधिसूचना और नीति आयोग द्वारा चार समितियों के गठन से केवल मिक्सोपैथी को बढ़ावा मिलेगा। आईएमए ने अधिसूचना को वापस लेने और चार समितियों के गठन को रद्द करने की मांग की है।
मंगलवार को आईएमए की आपातकालीन केंद्रीय कार्य समिति की बैठक हुई। इस दौरान आधुनिक चिकित्सा और सर्जिकल विषयों पर सीसीआईएम के निर्णयों पर विरोध जताया है। आईएमए का मानना है कि यह मिक्सोपैथी को वैध बनाने की दिशा में एक और कदम है। इसलिए 11 दिसंबर को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक विरोध स्वरुप डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सभी गैर-जरूरी और गैर-कोविड सेवाओं को बंद रखा जाएगा। आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। हालांकि पहले से तय ऑपरेशन नहीं किए जाएंगे।
आईएमए के अनुसार 8 दिसंबर को दोपहर 12 से दो बजे तक छोटे छोटे समूह में देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान डॉक्टर सफेद एप्रन और स्टेथोस्कोप पहनकर मिक्सोपैथी के खिलाफ नारे लगाएंगे। जबकि 11 दिसंबर को सेवा बंद कर विरोध करेंगे।
आयुर्वेद को विरोध नहीं,लेकिन मिक्सोपैथी मंजूर नहीं-डॉ अनिल माडूरवार
आईएमए की इस देशव्यापी हड़ताल का असर चंद्रपुर में भी देखने को मिलेगा।इस संदर्भ में ‘चंद्रपुर एक्सप्रेस’ को जानकारी देते हुए चंद्रपुर आईएमए के अध्यक्ष डॉ. अनिल माडूरवार ने बताया कि आयुर्वेद इस देश की संस्कृति है,हम इसका पूरा सम्मान करते है।आयुर्वेद को बढ़ावा देने केंद्र व राज्य सरकार अपने तरीके से योजना जरूर बनाये, इसका आईएमए स्वागत करेगी।किंतु आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा सर्जरी के कानूनी अभ्यास की अनुमति किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है।मिक्सोपैथी के चलते भोंदू डॉक्टर्स तैयार होंगे जिसकी कीमत मरीज को अपनी जान देकर चुकाने की नौबत भी आ सकती है।डॉ.अनिल माडूरवार ने आगे बताया कि इस हड़ताल के दौरान कोविड मरीजों को दी जानेवाली सेवाओं में कोई बाधा नहीं पहुँचेगी, साथ ही आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए भी डॉक्टर्स मुस्तैद रहेंगे।